नीतीश कुमार: कभी मोदी के खिलाफ 'सेक्युलर' ताकतों के उम्मीदवार थे अब खुद पीएम मोदी पर निर्भर है
2015 का बिहार चुनाव याद कीजिए. पूरे भारत में प्रचंड बहुमत से जीतने वाली बीजेपी, बिहार भी जीतने का ख्वाब संजोए थी. उपेंद्र कुशवाहा, रामविलास पासवान और जीतनराम मांझी बीजेपी के गठबंधन में साथी थे. बीजेपी आक्रामक अंदाज में चुनाव प्रचार कर रही थी. दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार का गठबंधन था. पीएम मोदी करारे हमले कर रहे थे. उन्होंने नीतीश कुमार के डीएनए में गड़बड़ी बता दी. नीतीश कुमार ने इसे बिहार की जनता का अपमान बताया. उस वक्त बिहार की जीडीपी की चर्चा होती थी, नीतीश कुमार विकास पुरुष थे.